Pollution Essay In Hindi प्रदुषण का मतलब ही है दूषित वातावरण दुषक पदार्थ जब प्राकृतिक वातावरण में चला जाता है जिसे प्राकृतिक वातावण से निकलना मुश्किल हो जाता है वही प्रदुषण है आज प्रदुषण का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है की सृष्टि का संतुलन पूरी तरह से नष्ट होता जा रहा है
Pollution Essay In Hindi (प्रदूषण पर हिन्दी में निबंध)
निबंध की रुपरेखा
प्रदूषण का मतलब
प्रदूषण का ओजन परत पर प्रभाव
प्रदूषण का प्रकार
प्रदूषण एक प्रभाव
जागरूकता
- प्रदूषण का मतलब
Pollution Essay In Hindi
हमारी वातावरण में जहरीली गैस का मात्रा इतना ज्यादा बढ़ गया है की इनका प्रकोप आज ओजन परत पर भी दिखने लगा है ओजन परत जो की पृथ्वी का सुरक्षा कवच माना जाता है 50 km उँचाई पर इस्थित ओजन परत आज नष्ट हो रहा है
प्रदूषण का ओजन परत पर प्रभाव
Pollution Essay In Hindi
ओजन परत जो की हमें सूर्य से निकलने वाले खतरनाक पराबैगनी UV किरणों से हमारी रक्षा करती है जो पराबैगनी किरण को अवशोषित कर लेती है
ओजन परत का नष्ट होने का मुख्य कारन है CFC गैस जिसे हम वैज्ञानिक भाषा में क्लोरो-फ्लोरो-कार्बन कहते है आज की आधुनिक वैज्ञानिक युग में हम नयी नयी अविष्कार के साथ हम कई प्रकार के नयी बीमारियों का भी अविष्कार भी कर रहे है
CFC गैस का निकलने का प्रमुख कारन है कल-कारख़ाना , भट्टी से निकलने वाला धुँवा जो की ओजन परत को नुकसान पहुँचा रही है
आज के इस वैज्ञानिक युग में हमारा वातावरण का शुद्धिकरण ख़त्म होता जा रहा है आज हमें न ही शुद्ध हवा , न ही शुद्ध पानी , और न ही शुद्ध खाना मिलता है मिट्टी , हवा , जल सब दूषित होते जा रहा है
प्राकृतिक का संतुलन पूरी तरह नस्ट होता जा रहा है आज बढते प्रदूषण की वजह से मौसम का चक्र भी नष्ट होता जा रहा है समय पर वर्षा भी नहीं होता है गर्मी के मौसम में बहुत अधिक गरमी परती है ठंड के मौसम में बहुत अधिक ठण्ड परती है
प्रदूषण का प्रकार
प्रदूषण कई प्रकार का होता है निम्न्लिखित है
जल प्रदूषण
वायु प्रदुषण
मिट्टी प्रदुषण
ध्वनी प्रदुषण
आईये हम इन्हे थोड़ा विस्तार से जानते है इन प्रदुषण का कारन और प्रभाव और इन्हें काम से काम कैसे करे
Pollution Essay In Hindi
जल प्रदूषण :- जल प्रदुषण का मुख्य कारन है गंदी नाली का नदी से जोड़ना ,कल-कारख़ाना के जहरीली अवशिष्ट पदार्थ का नदी में विसर्जन करना , मल मूत्र का नदियों में विसर्जन करना आदि कारणों से आज जल दूषित होता जा रहा है जैसे की आप सब तो जानते है की जल कितना महत्वपूर्ण है हमारे जीवन में जिनके बिना जीवन का कोई आस्तित्व नहीं है एक कहाबत भी है जल ही जीवन है आज हम जिस प्रकार से जल का शोषण और दोहन कर रहे है यह एक वैश्विक संकट है जिनका असर हमारे जीवन में बिलकुल साफ साफ दिख रहा है आज भी हमारी आबादी का एक बहुत बरी हिस्सा शुद्ध जल का सेवन नहीं कर पते है जिनकी वजह से उन्हें कई प्रकार का बीमारियों का सामना करना परता है जैसे :- मलेरिया , टायफाइट , डेंगू आदि जल का प्रदूषण का प्रभाव सिर्फ मानव जीवन पर ही नहीं बल्कि समस्त जीव जंतु पर पर रहा है जैसे की हम सब जानते है की पृथ्वी की सतह पर जितना जल है उनका सिर्फ 3 प्रतिशत पानी पीने योग है इस बात से हमें कोई संदेह नहीं है की पृथ्वी की आबादी के हिसाब से यह बहुत कम है फिर भी हम पीने योग पानी को दूषित कर उन्हें मेला बना रहे है
बचाव :- अगर हम चाहे तो जल प्रदूषण की समस्या को ख़त्म कर सकते है हमें एक जागरूकता के साथ लोगो को ये समझाना होगा हम जल को दूषित होने से कैसे बचा सकते है इसके के लिए हमें सरकारी कठोर निति के साथ साथ एक जागरूकता के साथ आगे बढ़ना है नदियों तालाबों में मल मूत्र के विसर्जन को रोकना होगा गंदी नाली और कलकारख़ाने की अवषिस्ट को भी नदियों में जाने से रोकना होगा या फिर इसे काम काम करना होगा ताकि हम जल को पीने योग संरक्षित रख सके
वायु प्रदुषण :- वायु प्रदूषण का प्रमुख कारन है कल-कारख़ाना से निकलने वाला जहरीला गैस वाहनों से निकलने वाला धुँवा जो साँस के माध्यम से हमारी शरीर के अंदर चला जाता है जिसकी वजह से हमरी स्वास्थ पर इनका गहरा असर पड़ता है फिर कई प्रकार का बिमारी का जन्म होता है जनसंख्या का बहुत बड़ा आबादी आज साँस समबंधित रोग फेफड़ा सम्बंधित रोग से पीड़ित है
वायु प्रदूषण का कारन वृक्षों का बारे मात्रा में कटाव भी है वृक्षों का अंधाधुन कटाई की वजह से कई प्रकार का समस्या उत्पन हो रही है लगातार तापमान में वृद्धि समय पर वर्षा का न होना आदि
बचाव :- वायु प्रदूषण की समस्या को काम करने के लिए हमें एक ठोस कदम उठाना पड़ेगा सबसे पहले पेड़ पौधे की शोषण पर रोक लगाना होगा वृक्षा रोपण पर हमें खास देना होगा क्योकि वृक्ष कार्बडाईऑक्साइड का शोषण करता है और शुद्ध आक्सीजन उत्सर्जन करता है वैसे भी संसार के समस्त जीव जंतु का पेड़ पोधो से गहरा रिश्ता रहा है हम एक दूसरे का पूरक है
मिट्टी प्रदूषण :– मृदा प्रदूषण का एक प्रमुख कारन हमारा केमिकल युग भी है जो आज मानव जीवन पर एक बहुत बड़ा संकट के रूप में मंडरा रहा है आज कैमिकल युग का विकास इतना ज्यादा हो चुका है की आज हमरे जीवन पर इनका प्रभाव स्पस्ट दिख रहा है देश दुनिया के लगभग हिस्सों में लोग आज खाद्य सामग्री पदार्थ रसायन कैमिकल के माध्यम से खेतों में उगते है आज रसायन खेती ने हमारी भूमि को दुषित और बंजर बनाने में अहम योगदान दिया है मृदा प्रदूषण का असर आज हमरे शरीर में दिख रहा है क्योकि हम जो भी खाते है वो कही न कही खेतों में उगाई जाती है जो कैमिकल के जरिये तैयार किया जाता है जिसके वजह से लोग आज कई प्रकार के बीमारियों से पीड़ित है जैसे :- हृदय रोग , मानसिक रोग , पेटो में पथरी का होना नपुंसकता कैंसर आदि जैसे अनेको रगो से लोग पीड़ित है
बचाव :- हमें मृदा प्रदुषण को खत्म करने के लिए एक सम्पूर्ण बदलाव वाली कदम उठाना ही पड़ेगा
हमें रासायनिक खेती छोड़ कर जैविक खेती अपनानी ही होगी ताकि हम आने वाले पीढ़ी को एक बहुत बरी संकट से बचा सके
ध्वनि प्रदूषण :- ध्वनि प्रदूषण का प्रमुख कारन है शोरगुल भरा माहौल जो की आज शहरों में बहुत ज्यादा दिख रहा है शहरों में अधिक आबादी के कारन वहा सरको पर हमेशा वाहनों का भरी मात्रा में आवा गमन होते रहता है जिसकी वजह से शोर बहुत ज्यादा होते रहता है ध्वनि प्रदुषण के वजह से लोग बहरापन का शिकार हो रहा है तनाव की समस्या बढ़ रही है लोगो में चिरचिरापन बहुत अधिक दिख रहा है ऐसी अनेको बीमारियों का शिकार हो रहा है
बचाव :– इनसे बचने के लिए हमें भीड़ भार वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए
जब भी हम रोड पर चलते है हमें ट्रैफिक नियम का पालन करना चाहिए
प्रदूषण एक प्रभाव :- पृथ्वी के समस्त जीव जंतु पर आज प्रदूषण का बहुत ही गहरा असर पड़ा है
आज प्रदूषण की वजह से संसार के कई जीव जंतु विलुप्त हो चुका है मानव जीवन पर भी इसका बहुत ही ग़हरा असर पड़ा है लोग कई तरह के बीमारियों का शिकार हो रहे है जैसे :- कैंसर , पथरी , अपंगता , नपुंसकता , उम्र का काम होना , कम उम्र में आँखो में चसमा आदि का होना इस प्रकार हमारा दैनिक जीवन कठिन होते जा रहे है
जागरूकता :- हमें ये समझाना होगा की प्रदूषण आज एक जानलेवा बीमारी के रूप में अपना व्यापक विस्तार कर रहा है जो हमरी आबादी का बहुत बड़े हिस्से को अपंग बनाता जा रहा है
अगर हम प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाना चाहते है तो कही न कही हमें एक मजबूत और ठोस नीति बनानी होगी
लोगों में जागरूकता लानी होगी उन्हें विस्तार में बताना होगा की प्रदूषण की वजह से आज लोग किस तरह हर रोज नयी नयी बीमारियों का शिकार हो रहा है
हमें जंगल पेड़ पौधे की दोहन को ख़त्म करनी होगी ताकि वातावरण में संतुलन बनी रहे
पलास्टिक जैसे खतरनाक पदार्थ जो बहुत प्रकार के कैंसर का कारन है इस पर पूरी तरह से पाबंदी लगानी होगी
जल के दोहन को भी कम करनी होगी नदी तालाब को दूषित होने से बचाना होगा जिसके लिए हमें नदी में मल मूत्र के विसर्जन अवषिस्ट प्रदार्थ का विसर्जन को भी कम करनी होगी ताकि हम जल को दूषित होने से बचा सके
रासायनिक प्रदूषण को भी हमें समाप्त करनी होगी ताकि हम अपना भूमि को बंजर होने से बचा सके और बंजर हो चुके भूमि को फिर से उपजाऊ बना सके
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