MP News: भोपाल का बड़ा तालाब इस बार सिर्फ शहर की खूबसूरती ही नहीं बल्कि देशभर के बेहतरीन रोइंग एथलीट्स का संगम भी बना है। 42वीं नेशनल सीनियर रोइंग चैंपियनशिप की धमाकेदार शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने सोमवार को की, जिसमें पूरे भारत से 500 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। यह प्रतियोगिता 7 मार्च 2025 तक चलेगी और इसमें कुल 14 इवेंट्स आयोजित किए जाएंगे, जिनमें सीनियर पुरुष, सीनियर महिला और पैरा रोइंग की स्पर्धाएं शामिल हैं। इस सीनियर रोइंग चैंपियनशिप की शुरुआत से युवाओं क बेहद लाभ मिलने वाला है।
भोपाल बना राष्ट्रीय रोइंग का केंद्र
इस चैंपियनशिप का आयोजन भोपाल के ऐतिहासिक बड़े तालाब पर हो रहा है, जो इस खेल के लिए एक आदर्श स्थान है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने इस मौके पर मध्य प्रदेश की खेल नीति और प्रदेश के शानदार प्रदर्शन को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा,
“हाल ही में राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश ने तीसरा स्थान हासिल कर यह साबित कर दिया कि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। रोइंग में प्रदेश के खिलाड़ियों ने 9 पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है।”
मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 से खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस चैंपियनशिप में भोपाल की प्राकृतिक सुंदरता और खेल प्रतिभाओं का संगम इसे और खास बना रहा है। इसके साथ सीएम मोहन यादव जी ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट साझा किया जिसे हमने नीचे अटैच किया है –
वॉटर स्पोर्ट्स को प्रोत्साहन दे रही मध्यप्रदेश सरकार…
वॉटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ’42nd Senior National Rowing Championship’ का आज झीलों की नगरी भोपाल के बोट क्लब में शुभारंभ कर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पधारे 27 राज्यों के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं।
आज… pic.twitter.com/7SFyFl10PP
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 3, 2025
अब MP में हर विधानसभा में बनेगा खेल परिसर
सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने इस मौके पर मध्य प्रदेश सरकार की खेलों को लेकर प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में खेल परिसर बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के खिलाड़ियों को समान अवसर मिल सकें। उन्होंने बताया कि पहले खेल बजट मात्र 6 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 600 करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा प्रदेश में वर्तमान में 11 खेल अकादमियां संचालित हो रही हैं, जहां नई योजनाओं के तहत खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं दी जा रही हैं।
प्रतियोगिता में होंगे 14 रोमांचक इवेंट्स
42वीं नेशनल रोइंग चैंपियनशिप में कुल 14 इवेंट्स होंगे, जिनमें से दो इवेंट्स पैरा सिंगल स्कल महिला एवं पुरुष वर्ग के लिए रखे गए हैं। ये सभी मुकाबले 2000 मीटर की दूरी पर होंगे, जिनके फाइनल्स 7 मार्च 2025 को आयोजित किए जाएंगे।
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इवेंट कैटेगरी
- सीनियर पुरुष वर्ग: सिंगल स्कल्स, डबल स्कल्स, कॉक्सलेस पेयर्स, कॉक्सलेस फोर्स, लाइटवेट डबल स्कल्स, ओपन डबल स्कल्स, कॉक्सलेस फोर्स (सिविलियन), क्वाड्रपल स्कल्स और कॉक्स्ड ईट्स।
- सीनियर महिला वर्ग: सिंगल स्कल्स, डबल स्कल्स, कॉक्सलेस पेयर्स, कॉक्सलेस फोर्स, लाइटवेट डबल स्कल्स, क्वाड्रपल स्कल्स और कॉक्स्ड ईट्स।
- पैरा रोइंग वर्ग: पैरा मेन सिंगल स्कल (PR3M1X) और पैरा वुमन सिंगल स्कल (PR3W1X)।
भोपाल में खेलों के सुनहरे भविष्य की ओर एक कदम
इस चैंपियनशिप ने न केवल भोपाल को एक प्रमुख खेल केंद्र के रूप में स्थापित किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि मध्य प्रदेश सरकार और खेल संगठनों की मेहनत रंग ला रही है। बड़े तालाब पर रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं, जहां एथलीट्स अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।
यह चैंपियनशिप केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक नई खेल संस्कृति की ओर बढ़ता कदम है। अब देखना यह है कि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कौन से खिलाड़ी जीत का परचम लहराते हैं।
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