मध्यप्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में हुई सॉल्वर गैंग की एंट्री, 450 अभ्यर्थी ज्वाइनिंग के लिए नहीं पहुंचे

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मध्यप्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 में जिस गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही थी अब उस पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है। प्रदेश के 10 जिलों में कुल 30 FIR दर्ज की गई हैं साथ ही उन 450 अभ्यर्थियों की जांच भी शुरू हो गई है जिन्होंने परीक्षा तो पास कर ली लेकिन अभी तक ज्वाइनिंग के लिए नहीं पहुंचे। ये वही अभ्यर्थी हैं जिन्हें 23 अप्रैल को ज्वाइनिंग लेटर भेजे गए थे और 15 दिन के अंदर रिपोर्ट करने के निर्देश थे।

अब जब इतने अभ्यर्थी तय समय पर भी नहीं पहुंचे, तो पुलिस महकमा हरकत में आ गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहले ही इस मामले में सख्त कार्रवाई के आदेश दे चुके हैं और अब पूरा सिस्टम उन अभ्यर्थियों की जांच में जुट गया है, जो शायद परीक्षा में खुद नहीं बैठे थे।

सॉल्वर गैंग की एंट्री और हाई-टेक फर्जीवाड़ा

इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि अभ्यर्थियों ने खुद परीक्षा नहीं दी बल्कि अपनी जगह “सॉल्वर” यानी नकली परीक्षार्थी को बैठा दिया। जांच में सामने आया है कि फॉर्म भरने के बाद रिटन एग्जाम में बाहर से आये सॉल्वर को बैठाया गया। आधार कार्ड और बायोमेट्रिक डिटेल्स से छेड़छाड़ की गई। इसके बाद फर्जी पहचान के ज़रिए एग्जाम पास किया गया और बाद में आधार अपडेट करके असली डिटेल्स डाल दी गईं।

मकसद ये था कि जब असली अभ्यर्थी ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे तो कोई उन्हें पहचान न सके। लेकिन पुलिस विभाग की सख्ती से पहले ही ये खेल उजागर हो गया और अब ये लोग डर के मारे ज्वाइनिंग से बच रहे हैं।

10 जिलों में दर्ज हुई FIR 

अब तक की जानकारी के मुताबिक, फर्जीवाड़े के मामले में MP के 10 जिलों में FIR दर्ज की जा चुकी है। हैरानी की बात यह है कि इसमें सबसे ज्यादा सॉल्वर बिहार से आए थे और छत्तीसगढ़ के एक आधार सेंटर जहाँ से लॉगिन करके आधार अपडेट किए गए। परीक्षा को पास करके देने के लिए प्रत्येक सॉल्वर ने अलग-अलग अभ्यर्थियों की परीक्षा दी और बदले में 5 से 10 लाख रुपए लेने की बात सामने आ रही है। 

इस फर्जीवाड़े का दायरा बहुत बड़ा हो सकता है। जिस तरह से परीक्षा में तकनीकी हेराफेरी की गई और बायोमेट्रिक सिस्टम तक को झांसा दिया गया उससे साफ है कि यह सिर्फ कुछ लोगों की साजिश नहीं थी। पुलिस विभाग अब हर ऐसे अभ्यर्थी की गहराई से जांच कर रहा है जो अभी तक रिपोर्ट नहीं हुए हैं। 

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साथ ही आधार सेंटर, सॉल्वर एजेंट्स और उन अभ्यर्थियों को ट्रैक करने का काम तेज़ी से चल रहा है जल्द ही इस घोटाले में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। आपको बता दें MP पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में कुल 6.52 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे, जिसे मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित किया गया था। (सोर्स ज़ी न्यूज़)

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