MP News: मध्यप्रदेश में राहुल गांधी का संगठन सृजन अभियान

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MP News:  मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति पिछले कुछ वर्षों में कमजोर हुई है। 2023 के विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। अब, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य पार्टी को जमीनी स्तर पर पुनर्गठित करना है। क्या यह प्रयास कांग्रेस को फिर से मजबूती दिला पाएगा?

‘संगठन सृजन अभियान’ का उद्देश्य

राहुल गांधी ने 3 जून 2025 को भोपाल में ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है:-

  • पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करना।

  • कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और उत्साह भरना।

  • भीतरघातियों की पहचान कर उन्हें पार्टी से बाहर करना।

कांग्रेस ने देशभर से 61 वरिष्ठ पर्यवेक्षकों को मध्यप्रदेश में तैनात किया है, जो अगले तीन महीनों तक जिलों में जाकर संगठन की स्थिति का आकलन करेंगे और रिपोर्ट तैयार करेंगे।

राहुल गांधी की भोपाल यात्रा

राहुल गांधी ने भोपाल में अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण बैठकें कीं:-

  • राज्य कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति के साथ बैठक।

  • विधायकों और सांसदों के साथ चर्चा।

  • AICC और PCC के प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त बैठक।

  • जिला और ब्लॉक अध्यक्षों के साथ अधिवेशन में संबोधन।

इन बैठकों का उद्देश्य पार्टी संगठन को पुनर्गठित करना और आगामी चुनावों के लिए रणनीति तैयार करना था।

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भीतरघातियों पर सख्ती

कांग्रेस ने इस अभियान के तहत पार्टी के भीतर काम कर रहे भीतरघातियों की पहचान कर उन्हें बाहर करने का निर्णय लिया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “जो लोग पार्टी के भीतर रहकर नुकसान पहुंचा रहे हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।” यह कदम पार्टी को अंदर से मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में इस अभियान को लेकर उत्साह है। उनका मानना है कि पार्टी संगठन के पुनर्गठन से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। भीतरघातियों की पहचान और उन्हें बाहर करने से पार्टी में अनुशासन बढ़ेगा और राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनावों का सामना कर सकेगी।

हालांकि, कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केवल संगठनात्मक बदलाव से ही पार्टी को सफलता नहीं मिलेगी, बल्कि जनता के मुद्दों पर ध्यान देना और विश्वसनीय नेतृत्व प्रदान करना भी आवश्यक है।

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क्या ‘संगठन सृजन अभियान’ कांग्रेस को मध्यप्रदेश में फिर से मजबूत बना पाएगा? क्या राहुल गांधी का नेतृत्व पार्टी को नई दिशा दे पाएगा? ऐसी ही खबरों के लिए जुड़े रहें अपना कल न्यूज़ के साथ  और नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर बताएं।

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