MP News: मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में 31 मई 2025 को एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिन इंदौर मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे, जिससे शहरवासियों को आधुनिक और सुविधाजनक परिवहन का नया विकल्प मिलेगा। यह परियोजना न केवल इंदौर के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इंदौर मेट्रो: परियोजना का अवलोकन
इंदौर मेट्रो परियोजना की आधारशिला 14 सितंबर 2019 को रखी गई थी। यह परियोजना कुल 31.32 किलोमीटर लंबी येलो लाइन पर आधारित है, जिसमें 22.62 किलोमीटर एलिवेटेड और 8.7 किलोमीटर भूमिगत हिस्सा शामिल है। इस रूट पर कुल 28 स्टेशन प्रस्तावित हैं। परियोजना की कुल अनुमानित लागत ₹7,500 करोड़ है।
पहला चरण: सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर
पहले चरण में 6 किलोमीटर लंबे सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का उद्घाटन किया जाएगा, जिसमें 5 स्टेशन शामिल हैं: गांधीनगर स्टेशन, सुपर कॉरिडोर-6, सुपर कॉरिडोर-5, सुपर कॉरिडोर-4, और सुपर कॉरिडोर-3। इस चरण की अनुमानित लागत ₹1,520 करोड़ है।
इंदौर मेट्रो की विशेषताएं
इंदौर मेट्रो को आधुनिकतम सुविधाओं से लैस किया गया है। इसमें वातानुकूलित, प्रदूषण रहित आधुनिक कोच हैं, जिनमें एक बार में 980 यात्रियों की क्षमता है। हर स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर, ऑटोमेटिक टिकट सिस्टम, ब्रेल लिपि, टैक्टाइल टाइल्स, व्हीलचेयर सुविधा, CCTV, फायर सिस्टम, आपातकालीन बटन, ऑडियो अनाउंसमेंट, इंटरकॉम सिस्टम, शौचालय, पीने का पानी, बैठने की सुविधा, QR आधारित स्मार्ट टिकटिंग, AI ट्रैकिंग और केंद्रीकृत कंट्रोल सेंटर से निगरानी की सुविधा उपलब्ध है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
इंदौर मेट्रो के एक स्टेशन का नाम “सिंदूर” रखा गया है, जो नारी शक्ति और सम्मान का प्रतीक है। इस स्टेशन की पहली सवारी विशेष रूप से महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। स्टेशन पर मराठा योद्धा रानी देवी अहिल्याबाई होल्कर की मूर्ति स्थापित की जाएगी, जो नारी नेतृत्व और वीरता का प्रतीक हैं।
यह भी पढ़ें – मध्यप्रदेश में जल क्रांति की नई लहर, जल गंगा संवर्धन अभियान के 60 दिन पूरे
उद्घाटन समारोह और अन्य परियोजनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को इंदौर मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही वे दतिया और सतना में दो नए हवाई अड्डों का भी उद्घाटन करेंगे। यह दिन देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती का भी प्रतीक है, जो इस उद्घाटन को और भी विशेष बनाता है।
इंदौर के नागरिक इस परियोजना को लेकर उत्साहित हैं। उनका मानना है कि मेट्रो सेवा से शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और प्रदूषण में कमी आएगी। महिलाएं विशेष रूप से “सिंदूर” स्टेशन के नामकरण और पहली सवारी के लिए आरक्षित सुविधा को लेकर गर्व महसूस कर रही हैं।
यह भी पढ़ें – भोपाल में आज 31 मई को होगा महिला सशक्तिकरण का महाकुंभ, CM मोहन यादव ने किया अवलोकन
इंदौर मेट्रो परियोजना न केवल शहर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है। आइए, हम सभी इस परिवर्तन का हिस्सा बनें और अपने शहर को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाएं। ऐसी ही खबरों के लिए जुड़े रहें, और अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।