भारत में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जारी हो गई है इसके तहत 10वीं और 12वीं कक्षा पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देना होगा। इससे पहले विद्यार्थियों को पूरे सत्र समाप्त हो जाने के बाद अप्रैल या मार्च के महीने के बोर्ड परीक्षा देना होता था परन्तु अगले साल 2024 से यह नै शिक्षा नीति जारी की जा रही है। जिसके मुताबिक, अब 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार कराई जाएंगीं। दोनों परीक्षा में जिसमें स्टूडेंट के ज्यादा मार्क होंगे, उसे गिना जाएगा।
आपको बता दें यह महत्वपूर्ण कदम भारत के स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए उठाया जा रहा है जिसकी शुरुवात केंद्र सरकार ने 2020 में ही करने वाली थी परन्तु कोविड आने के वजह से इस नीति को लागू करने में देरी हो गई थी। लेकिन अब 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम में बड़े बदलाव करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
2024-25 के विद्यार्थियों पर लागू होगा ये नियम
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक ये नियम इस साल बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों पर लागू नहीं होगा। यह नियम आने वाले सत्र यानि वर्ष 2024-25 से लागू किए जाएंगे। इससे मिली अन्य जानकारी के अनुसार नया करिकुलम का फ्रेमवर्क तैयार कर लिया गया है और इनके अनुसार किताबें 2024 सत्र के लिए तैयार की जाएंगी।
किताबें भी बदल दी जाएंगी
शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि 2024 के लिए किताबों में भी बदलाव किया जा रहा है। नए नियम के अनुसार अब भारी भरकम सेलेबस नहीं होंगे इनकी जगह कम सेलेबस वाले किताबें ला दी जायगी। जिससे किताबें के दाम में भी काफी ज्यादा अंतर आ जायगा।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए बड़े बदलावों के अनुसार कक्षा 11 और कक्षा 12 के स्टूडेंट्स को स्ट्रीम चुनने की बाध्यता को हटा दिया गया है। ऐसे में छात्र को अब अपनी पसंद के सब्जेक्ट चुनने की छूट होगी। साथ ही, स्टूडेंट्स को इन दोनों ही कक्षाओं में दो भाषा के सब्जेक्ट चुनने होंगे, जिसमें से एक भारतीय भाषा होना चाहिए।
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शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस नय नियम के बारे में आप सभी की क्या राय है क्या आपको यह नया नियम पसंद आ रहा ही हमें कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद
अपना कल – apnakal
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