Muhavare In Hindi
मुहावरे एवं उनका उपयोग उनका अर्थ
मुहावरा जिनका अर्थ उनक वाक्य से बिलकुल भिन्न होता है। अगर समान्य शब्दों में इनका अर्थ बताया जाय, तो इनका उपयोग किसी वाक्य को सीधा न कहकर घुमा फिराकर कहने के लिए किया जाता है। इनकी खूबसूरती यह है की यह बहुत ही प्रभावशाली शब्द होता है। आम बोल चाल की भाषा में भी इनका उपयोग बहुत की अत्यधिक किया जाता है। आईये हम जानते है muhavare in hindi का कैसे हम दैनिक बोल चाल में उपयोग करते है।
भाग -1 में 1-25 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
भाग -2 में 25-50 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
भाग -3 में 50-75 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
भाग -4 में 75-100 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
भाग -5 में 100-125 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
भाग -6 में 125-150 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
भाग -1 में 1-25 तक का खंडन है। (muhavare in hindi)
Let’s start the topic meaning of muhavare in hindi
अगर मगर करना : (टाल मटोल करना) प्रवीण अगर मगर करने से अच्छा है साफ साफ मना कर दो।
अपना उल्लू सीधा करना : (अपना मतलब निकालना) लोग अपना उल्लू सीधा करने के लिए चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं।
अंग-अंग ढीला होना : (थक जाना) सारा दिन काम करने के कारण मोहन का अंग अंग ढीला हो रहा था।
अंधे की लाठी : (एक मात्र सहारा) कमल अपने माता-पिता के लिए अंधे की लाठी है।
अंगूठा दिखाना : (कुछ देने से मना करना दे) स्वार्थी लोग कुछ मांगने पर अंगूठा दिखा देते हैं।
अक्ल पर पत्थर पड़ना : (मूर्ख के निशानी) वह तो अकल का अंधा है उससे क्या बात करना है।
अंतिम समझ लेना : (मरने की हालात में होना) रिद्धिमा के माता-पिता अस्पताल में आखिरी सांस ले रहे हैं वह मरने की हालत में है।
अक्ल ठिकाने लगाना : (सबक मिलना) ठोकर खाने के बाद ही अक्ल ठिकाने पर आता है।
अपना मुंह मियां मिट्ठू करना : (अपनी प्रशंसा स्वयं करना) अपना मुंह मियां मिट्ठू होना अच्छी बात नहीं है।
अक्ल चकराना : (बुद्धि खराब हो जाना) मुसीबत के समय अच्छे-अच्छे का अक्ल चकराने लगता है।
अपने पांव पर आप कुल्हाड़ी मारना : (जानबूझकर मुसीबत मोल लेना) तुम तो जानबूझकर अपने पांव पर कुल्हाड़ी मार रहे हो।
आग बबूला होना : (अत्यधिक क्रोध करना) तुम तो खामखा राम पर आग बबूला हो रहे हो।
आंख भर आना : (आंसू आ जाना) तुम किसी को रोते देखते हो तो तुम्हारी आंखों में आंसू क्यों आ जाता है।
आंखें चार होना : (एक दूसरे को देखना) हमें आंखें चार कर बात करना अच्छा लगता है।
आंखों में धूल झोंकना : (धोखा देना) तुमने ना जाने कितने की आंखों में धूल झोंका है।
आग में घी डालना : (क्रोध के लिए उकसाना) आग में घी डालना छोड़ दो यह अच्छी बात नहीं है।
आकाश पाताल एक करना : (बहुत अत्यधिक कोशिश करना) एग्जाम पास करने के लिए तुम्हें आकाश पाताल एक करना होगा।
आंखों में खटकना : (बुरा लगना) तुम्हारी आंखों में हम कुछ ज्यादा ही खटकने लगे है।
आंख लगना : (नींद आना) आज पता नहीं क्यों बैठे बैठे आंख लग गया।
आंखों पर परदा पड़ना : (अनदेखा करना) गुलाटी तुम्हारी आंखों पर पर्दा पड़ा हुआ है जो तुम्हें अपने ही बेटे का करतूत नहीं दिखाई देता है।
आंखें बिछाना : (प्रेम पूर्वक स्वागत करना) सोनल तुम्हारे इंतजार में आंखें बिछाए बैठी है।
अंधेरे घर का उजाला : (एक मात्र सहारा) प्रवीण अपने बूढ़े पिता के अंधेरे का उजाला है।
आटे दाल का भाव मालूम होना : (दुख का अनुभव होना) खुद के ऊपर जिम्मेदारी आने के बाद ही आटे दाल का भाव पता चलता है।
भाग -2 में 25-50 तक का खंडन है। (idioms in hindi)
आंच ना आने देना : (कष्ट ना आने देना) मां अपने बच्चों पर कभी कष्ट नहीं आने देती है।
आंखों का तारा : (बहुत ही प्यारा) बच्चे सब के आंखों का तारा होता है।
आंसू पूछना : (तसल्ली देना) हमें रोते हुए इंसान का आंसू पोछना चाहिए।
इशारे पर नाचना : (किसी एक का बस में होना) तुम तो से ओबल का इशारे पर नाचते रहता हैं।
ईद का चांद होना : (थोड़े ही दिनों का मेहमान) आप तो मेरे लिए ईद का चांद पर गए हैं ।
ईट से ईट बजाना : (ऐसी की तैसी करना) रामू ने तुम्हारी ईट से ईट बजा दी है।
ईट का जवाब पत्थर से देना : (मुंह तोड़ जवाब देना) रेशमी में सोनम को ईट का जवाब पत्थर से दिया।
उल्टी गंगा बहना : (अनहोनी बात होना) तुम कितना भी कोशिश कर लो उल्टी गंगा बहने वाली नहीं है।
उल्लू बनाना : (मूर्ख बनाना) किसी को अपनी बातों से उल्लू नहीं बनाना चाहिए।
उंगली पर नचाना : (अपने वश में करना) तुम तो सोनल को अपनी उंगली देना चाह रहे हैं।
ऊंट के मुंह में जीरा होना : (थोड़ा बहुत देना) बंसल को तो रोटी देना मतलब ऊंट के मुंह में जीरा होना ।
एक और ग्यारह होना : (एक जुटता होना) जिस दिन हम सब एक से ज्यादा हो गए ना फिर कभी कोई मैच नहीं हारेंगे।
ओखली में सिर देना : (मुसीबत मोल लेना) जब तुम ओखली में सिर दे ही दिए हो तो डर किस बात की है।
कमर कसना : (तैयार होना) इस मैच को जीतने के लिए हम सबको कमर करना होगा।
कोल्हू का बैल होना : (सदा काम में लगे रहना) तुम तो कोल्हू का बैल बन गया है।
कान पर जूं तक न रेंगना : (लापरवाही दिखाना) ऐसी हरकत करते रहोगे तो तुम्हारी कान पर जूं तक नहीं रेंगने वाला है।
काला अक्षर भैंस बराबर : (अनपढ़ होना) बिना पढ़े लिखे लोगों के लिए काला अक्षर भैंस बराबर होता है।
कान खड़े होना : (सावधान होना) रेलवे स्टेशन पर अपना कान खरे रखना यहां जेब कतरे बहुत घूमते हैं।
कलेजा ठंडा होना : (संतोष होना) राम को 14 वर्षों का बनवास देने के बाद ही कैकई को कलेजे को ठंडक मिला।
काम तमाम कर देना : (मार डालना) भारतीय सेना ने आतंकवादियों का काम तमाम कर दिया है।
करवटें बदल : (नींद ना आना) क्या बात है भाई इतना करवटें बदल रहे हो।
कानो कान खबर ना होना : (किसी को पता नहीं चलने देना) राम यहां से चला गया है किसी को कानों कान खबर नहीं होनी चाहिए।
कान कतरना : (बहुत चालाक होना) आजकल छोटे-छोटे बच्चे इतने होशियार हैं कि बड़े- बड़ों के कान कतर लेते हैं।
खून पसीना एक करना : (बहुत मेहनत करना) गीता ने अपने बीए की परीक्षा पास करने के लिए खून- पसीना एक कर दी।
खून का प्यासा : (प्राण लेने को इच्छुक) हरि प्रेम के खून का प्यासा है।
खून खोलना : (बहुत गुस्सा होना) भ्रष्टाचारी लोगों को देख कर मेरा खून खोलने लगता है।
खाक में मिलाना : (नष्ट करना) गद्दार लोग देश की उन्नति को खाक में मिला देते हैं।
खरी खोटी सुनाना : (भला बुरा कहना) श्याम ने राम से नाराज होकर उन्हें खरी-खोटी सुना दी।
भाग -3 में 50-75 तक का खंडन है। (meaning of idioms in hindi)
खाला जी का घर : (आसान काम) परीक्षा पास करना खाला जी का घर नहीं है।
खुशी से पागल होना : (बहुत अधिक खुश होना) कारगिल की वजह से देश के सभी लोग खुशी से पागल हो गए।
खाक छानना : (इधर-उधर भटकना) राम ने नौकरी के लिए खाक छानते रह गए।
गड़े मुर्दे उखाड़ना : (बीती बातों को याद करना) अब गड़े मुर्दे उखाड़ने से क्या लाभ जो होना था सो हो गया।
गागर में सागर : (थोड़े में बहुत ) बिहारी सतसई का एक एक दोहा गागर में सागर के समान है।
गुदरी के लाल : (बहुत मूल्यवान) स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री ऐसे गुदरी के लाल थे कि जिन्होंने भारत माता के मान को बढ़ाया।
गुड गोबर करना : (बना बनाया काम बिगाड़ना) मैंने अपने पिताजी को मना लिया लेकिन मेरे बड़े भाई ने बीच में आकर सब गुड गोबर कर दिया।
गोलमाल करना : (गरबा करना) उसने दुकान में बहुत गोलमाल कर रखा है।
गला ना काटना : (किसी का नुकसान ना करना) अच्छे आदमी कभी किसी का गला नहीं काटते।
गुलछर्रे उड़ाना : (मौज उड़ाना) राम ने अपने जन्मदिन पर खूब गुलछर्रे उड़ाए।
घाव हरा होना : (पिछला दुख ताजा होना) बड़े भाई की मृत्यु का ध्यान आते ही राम का घाव हरा हो जाता है।
घास खोदना : (समय बेकार करना) इतना पढ़ लिख कर भी तुम घास खोदते फिर रहे हो।
घी के दिए जलाना : (खुशियां मनाना) आजादी के स्वर्ण जयंती पर देश के लोगों ने घी के दिए जलाए।
घोड़े बेचकर सोना : (बेफिक्र होकर सोना) पुत्री के विवाह के बाद उनके माता-पिता घोड़ा बेच कर सो जाते हैं।
घुटने टेकना : (हार मान लेना) भारतीय सेना के सामने पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेक दी।
घाट घाट का पानी पीना : (बहुत जानकारी होना) मोहन का सामना तुम नहीं कर सकते हो उसने तो घाट घाट की पानी पी रखा है।
चकमा देना : (धोखा देना) चोर पुलिस को चकमा देकर गायब हो गया।
चूड़ियां पहनना : (डरपोक बन्ना) यदि तुम्हें शत्रु से मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है तो चूड़ियां पहनकर घर में बैठ जाओ।
चुल्लू भर पानी में डूब मरना : (लज्जित होना) माता पिता के नाम को बदनाम करने वाले संतान को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
चैन की बंसी बजाना : (निश्चिंत हो जाना) युद्ध समाप्त होते ही सैनिक चैन की बंसी बजाते हैं।
चंपत होना : (भाग जाना) नौकर चोरी करके चंपत हो गए।
चार चांद लगना : (प्रतिष्ठा बढ़ना) राम आईएएस की परीक्षा पास करके चार चांद लगा दी।
चरण धो धो कर पीना : (बहुत सम्मान करना) भारत के जनता आज भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चरण धो धो कर पीते हैं।
छठी का दूध याद आना : (कठिनाई अनुभव होना) भारतीय सेना से टक्कर लेने पर एक बार तो पाक सेना को छठी का दूध याद आ गया था।
छक्के छुड़ाना : (बुरी तरह हराना) कारगिल में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तानी सेनाओं के छक्के छुड़ा दी।
छाती पर सांप लोटना : (द्वेष में जलना) राम की उन्नति देखकर श्याम के छाती पर सांप लोटने लगता है।
छाती पर मूंग दलना : (दुख पहुंचाना) श्याम तुम मेरे छाती पर कब तक मूंग दालते रहोगे।
जान पर खेलना : (प्राणों को संकट में डालना) देशभक्त अपनी जान पर खेलकर अपने देश की रक्षा करते हैं।
जली कटी सुनाना : (तीखी बात कहना) राम को जली कटी सुनाने से कुछ नहीं होगा।
भाग -4 में 75-100 तक का खंडन है। (phrases meaning in hindi)
जूती चाटना : (खुशामद करना) कुछ लोग अपने अफसरों की जूतियां चाट कर ही अपना काम निकालते हैं।
जीवन दान देना : (जीवन बचाना) अशोक वाटिका में पहुंचकर हनुमान जी ने सीता को जीवनदान दिया।
जीवन से हाथ धोना : (प्राण गवाना) बच्चों को डूबने से बचाने की कोशिश में महेंद्र ने अपने जीवन से हाथ धो बैठे।
जी चुराना : (काम से बचने की बहाने करना) जो बच्चे पढ़ाई से जी चुराते हैं वह परीक्षा में कभी सफल नहीं हो पाते हैं।
जंगल में मंगल करना : (सुनी जगह में चहल-पहल) इस वीरान जगह में बच्चों के पिकनिक पर आने के कारण जंगल में मंगल हो गया।
झरी लगाना : (लगातार वर्षा होना) हमारे क्षेत्र में तो पहले से ही झड़ी लगी हुई है।
टेढ़ी खीर : (कठिन कार्य) परीक्षा में प्रथम आना तुम्हारे लिए टेढ़ी खीर है।
टांग अड़ाना : (रुकावट पैदा करना) पाकिस्तान हमेशा भारत के प्रगति में टांग रात आ रहा है।
टस से मस ना होना : (किसी बात पर अरे रहना) मैंने उसे बहुत समझाया परंतु वह अपनी बात से टच मस्त ना हुआ,
ठिकाने लगाना : (नष्ट करना) आवारा बेटों ने अपने पूर्वजों की सारी संपत्ति की ठिकाने लगा दी।
ठोकरें खाना : (नुकसान सहना) उसने कितनी बार ठोकर खाए परंतु फिर भी अकल आई।
ठाट बाट से रहना : (शान शौकत से रहना) निर्धन देश भारत वर्ष के नेता भी ठाठ बाट से रहते हैं।
दांत खट्टे करना : (बुरी तरह हराना) भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे कर दिए थे।
डकार जाना : (खाजाना) रामू ने अपने पूर्वजों की सारी संपत्ति डकार गई।
डूबते को तिनके का सहारा होना : (दुख में थोड़ी सी सहायता का होना) अकाल पीड़ितों को भी सहायता हो जाती तो यह भी उनके लिए डूबते को तिनके का सहारा हो जाती।
ढिंढोरा पीटना : (प्रचार करना) कुछ लोगों की आदत होती है कि जरा सी बात पर ढिंढोरा पीटते फिरते हैं।
ढाक के तीन पात होना : (पहले जैसी दशा होना) राम ने जीवन में कोई उन्नति नहीं की है वह तो सदा से ही ढाक के तीन पात बना रहा है।
तलवे चाटना : (खुशामद करना) आज ऐसा समय आ गया है कि अफसरों के तलवे चाट कर ही ऊंचे पद पर पहुंचा जा सकता है।
तिल का ताड़ बनाना : (छोटी सी बात बड़ी बनाकर कहना) कोई भी बात हो हरीश को तिल का ताड़ बनाने की आदत है।
तूती बोलना : (प्रभाव होना) हमारे मोहल्ले में तो राम प्रकाश की तूती बोलती है।
थाली का बैगन होना : (अपनी बात पर ना टिकने वाला ) धीरज तो थाली का बैगन है।
दाल में कुछ काला होना : (किसी बात में कोई रहस्य होना) दुश्मन जिस तरह चुपचाप बैठा हुआ है उसे देखकर ऐसा लगता है कि दाल में कुछ काला है।
दो दिन का मेहमान : (जल्दी मरने वाला) बेटा अपने पिता की खूब सेवा करना अब वह दो दिन की मेहमान है।
दुम दबाकर भागना : (डर कर भागना) दिल्ली की कमरे में घुसते ही चूहे दुम दबाकर भाग गए।
दाल ना गलना : (वस ना चलना) अपनी पत्नी के सामने मुकेश की दाल नहीं गलती है।
दीवार के कान होना : (गुप्त बात का सुना जाना) अरे यहां कोई बात ना करो क्योंकि दीवार के भी कान होते हैं।
दिल टूट जाना : (निराश हो जाना) इस बार भी मोहन जब अपनी परीक्षा में पास ना हो सका तो उनका दिल टूट गया।
धावा बोलना : (हमला करना) पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना पर कई बार धावा बोला परंतु अपने उद्देश्य में सफल ना हो सका।
धुन का पक्का : (पक्के इरादे वाला) इकबाल अपनी धुन का पक्का है जो चाहता है वह कर देता है।
नौ दो ग्यारह होना : (भाग जाना) सिपाही को देखते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गया ।
भाड़े की टट्टू : (बिना सिद्धांत का होना) दिलीप तो भाड़े का टट्टू है तुम उससे लालच दे दो वह तुम्हारे गीत गाने लगेगा।
मक्खी चूस : (बहुत कंजूस) उस मक्खीचूस से कुछ मिलने की आशा नहीं है।
मुंह में पानी भर आना : (लालच आना) अंगूर देखकर लोमड़ी के मुंह में पानी भर आया था।
मुंह छुपाना : (सामना ना करना) वह तो सामने अपना मुंह छुपाता फिरता है।
मन की मन में रहना : (इच्छा पूरी ना होना) वह करना तो बहुत कुछ चाहता था परंतु उनके मन की मन में रह गई।
मिट्टी में मिलना : (नष्ट हो होना) निकम्मा औलाद की करतूतों से माता-पिता की आशाएं मिट्टी में मिल जाती है।
मिट्टी का माधो : (नीरा मूर्ख) गोपाल तो मिट्टी का माधो है उनका कोई भरोसा नहीं है।
।
मजा किरकिरा हो ना : (आनंद में विघ्न परना ) खेल में मजा आ रहा था तुम्हारे आते ही सब मजा किरकिरा हो गया।
यश कमाना : (नाम पाना ) सचिन तेंदुलकर ने आजकल क्रिकेट में बहुत यश कमा रखा है।
युद्ध में काम आना : (लड़ाई में मारा जाना) कारगिल की लड़ाई में सैकड़ों वीर युद्ध में काम आ गए।
रंग में भंग होना : (खुशी में रुकावट पर ना) विवाह के दिन ही दूल्हे की मां के मरने के रंग में भंग पड़ गया।
रात दिन एक करना : (बहुत मेहनत करना) आजकल धन कमाने के लिए रात-दिन एक करना पड़ता है।
रफू चक्कर होना : (भाग जाना) पुलिस के आते ही बदमाश रफूचक्कर हो गए।
राई का पर्वत बनाना : (छोटी सी बात को बड़ा बना देना) क्या बच्चों की बात बड़ों ने तो उसे ही राई का पर्वत बना दिया।
लोहा मानना : (शक्ति को मानना ). पूरी कक्षा में सब बच्चे मनोज का लोहा मानते हैं।
लोहे के चने चबाना : (बहुत मेहनत करना) ।एन डी ए की परीक्षा पास करना लोहे के चने चबाना है।
लकीर पीटते रहना : (पुराने रीति रिवाज ही मानना ) लकीर पीटने वाले लोग कभी उन्नति नहीं करते।
वचन देना : (प्रतिज्ञा करना) वचन देकर पीछे हटना भले आदमी का काम नहीं है।
वीर गति को प्राप्त होना : (मर जाना ) कितने ही नौजवान कारगिल की लड़ाई में लड़ते लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गए।
श्री गणेश करना : (काम आरंभ करना ) हमें किसी भी नए काम का श्री गणेश अच्छे मुहूर्त में करना चाहिए।
हिम्मत ना हारना : (साहस ना छोड़ना) विपत्ति आने पर हमें कभी हिम्मत नहीं हारना चाहिए।
हाथ बटाना : (सहायता करना) पिता के कार्यों में पुत्र को भी हाथ बटाना चाहिए।
हवा से बातें करना : (बहुत तेज दौड़ना ) महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक हवा से बात करता था।
I hope guys you love this article
इसे भी पढ़े