MP News: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक के बाद खुशखबरी सामने आ रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को सिंचाई की सुविधा देने के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने इस बात की घोषणा राजधानी भोपाल में आयोजित एक कार्यशाला के दौरान की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से संकल्पबद्ध है और इसी दिशा में यह एक बड़ा कदम है। सरकार का लक्ष्य इस साल 5 लाख एकड़ भूमि पर जैविक खेती को बढ़ावा देना है।
सोलर पंप से किसानों को मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ मध्य प्रदेश सरकार किसानों को सोलर पंप भी प्रदान करेगी। यह कदम किसानों को बिजली के भारी भरकम बिलों से मुक्ति दिलाएगा और सिंचाई के लिए उन्हें निर्बाध बिजली आपूर्ति भी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के लिए सोलर पंप योजना को तेजी से लागू किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिल सके।
जैविक और प्राकृतिक खेती को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कार्यशाला में कहा कि जैविक और प्राकृतिक खेती सिर्फ खेती की एक विधि नहीं है, बल्कि यह मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने, जल संसाधनों की शुद्धता और मानव स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि किसानों को जागरूक करने के लिए प्रदेशभर में जैविक खेती को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।
किसानों को हम सोलर पंप भी देंगे, ताकि वे बिजली के बिल से मुक्ति पाएं…
अन्य उद्योगों के साथ हमें कृषि आधारित उद्योगों को भी बढ़ावा देना है : CM@DrMohanYadav51 @minmpkrishi #CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh pic.twitter.com/2AAeVZtIAg
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) February 21, 2025
‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना को भी मिलेगी मजबूती
मुख्यमंत्री ने कार्यशाला के दौरान ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के तहत लगी प्रदर्शनी का भी दौरा किया और किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए इस योजना को और प्रभावी बनाया जाएगा। सरकार किसानों को तकनीकी सहायता और बाजार उपलब्ध कराने के लिए भी कार्य कर रही है।
कृषि मंत्री ने की जैविक खेती पर जोर
कार्यक्रम में कृषि विकास और किसान कल्याण मंत्री एदल सिंह कंसाना ने भी किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज के समय में रसायनों का अंधाधुंध उपयोग न केवल मिट्टी और जलस्रोतों को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 33 जिलों में लगभग 1 लाख एकड़ में जैविक खेती की जा रही है और सरकार आने वाले समय में इसे 5 लाख एकड़ तक बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है।
महानगरों में लगेंगे जैविक उत्पादों के मेले
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के प्रमुख महानगरों में जैविक उत्पादों के मेले आयोजित किए जाएं, जिससे जैविक खेती करने वाले किसानों को सीधा बाजार मिल सके। उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है और अगर किसानों को सही मंच और बाजार मिले तो वे बेहतर आय अर्जित कर सकते हैं।
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सरकार का संकल्प: आत्मनिर्भर किसान, समृद्ध मध्य प्रदेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उनकी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने और प्रदेश को जैविक खेती का हब बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। सोलर पंप योजना और जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ सरकार कृषि आधारित उद्योगों को भी बढ़ाने की योजना पर कार्य कर रही है।
यह पहल निश्चित रूप से किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी और प्रदेश में जैविक खेती के नए अवसरों को जन्म देगी। आपकी राय इस योजना और इस एलान को लेकर क्या है अपनी राय नीचे हमे कमेंट करके जरूर बताएं।
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