मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने जबलपुर के रांझी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक खेल परिसर प्रदेश के युवाओं को उत्कृष्ट प्रशिक्षण देने और उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने में सहायक होगा। इसके साथ ही हाल में हुई कैबिनेट बैठक पर मुख्यमंत्री जी ने किसानों और पशुपालन से जुड़े महत्वपूर्ण फैसलों की भी घोषणा की।
जबलपुर बना खेलों का नया केंद्र
जब खेलों की बात आती है, तो सुविधाओं की गुणवत्ता बहुत मायने रखती है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने जबलपुर में इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक सहित अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश को एक खेल हब के रूप में विकसित करना और खिलाड़ियों को घर के पास ही विश्वस्तरीय संसाधन प्रदान करना है। पहले, जबलपुर और आसपास के जिलों के एथलीटों को प्रशिक्षण के लिए भोपाल, दिल्ली या अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब वे अपनी ही भूमि पर उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।
मध्य प्रदेश में और बढ़ेंगी खेल सुविधाएं
इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने यह भी ऐलान किया कि आने वाले समय में प्रदेश के अन्य शहरों में भी इसी तरह के खेल परिसरों का निर्माण किया जाएगा। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार की योजना है कि प्रदेश के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने के लिए सभी जरूरी संसाधन दिए जाएं। खेल अब केवल एक शौक तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे एक सफल करियर विकल्प के रूप में देखा जाएगा।
आज जबलपुर में ₹26.80 करोड़ की लागत से निर्मित ‘मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय तीरंदाजी अकादमी’ रांझी खेल परिसर का लोकार्पण कर प्रदेश के खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई दी।
निश्चित ही यह खेल परिसर नई खेल प्रतिभाओं को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आप सभी सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन से… pic.twitter.com/jP8pIESHDZ
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 19, 2025
मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों को मिलेगा सर्वोत्तम प्रशिक्षण
सीएम मोहन यादव ने यह भी कहा कि सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लंबी अवधि की योजनाएं बना रही है। प्रदेश में पहले से ही कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिन्हें उचित मार्गदर्शन और सुविधाएं मिलने पर वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार नए खेल परिसरों, अकादमियों और प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना कर रही है।
खेल के साथ किसानों और पशुपालन के लिए भी बड़े फैसले
हाल में हुई इस कैबिनेट बैठक में सिर्फ खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने का फैसला नहीं लिया गया, बल्कि किसानों और पशुपालन से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले भी किए गए। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने घोषणा की कि इस साल सरकार किसानों से गेहूं 2,600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगी। साथ ही, जिन किसानों ने धान लगाया है, उन्हें प्रति हेक्टेयर 2,000 रुपये की राशि सीधे उनके खातों में भेजी जाएगी। यह निर्णय किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लिया गया है।
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उमरिया में 10 करोड़ की लागत से बनेगी आधुनिक गौशाला
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने उमरिया क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली एक अत्याधुनिक गौशाला का भूमिपूजन भी किया। यह गौशाला लगभग 90 से 95 एकड़ क्षेत्र में फैली होगी, जिसमें पहले चरण में 3,000 गौवंशों के संरक्षण की व्यवस्था की जाएगी। भविष्य में इसे बढ़ाकर 4,000 गौवंशों तक विस्तारित किया जाएगा।
महापौर जगत बहादुर सिंह “अन्नू” ने बताया कि इस परियोजना से शहर में आवारा पशुओं की समस्या कम होगी, जिससे यातायात सुरक्षित होगा और जान-माल की क्षति पर रोक लगेगी। भविष्य में यहां बायोगैस प्लांट और गौमूत्र के आध्यात्मिक उपयोग को लेकर भी योजना बनाई जाएगी।
इस कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसले मध्य प्रदेश के विकास और उसकी खेल नीति में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले साबित हो सकते हैं। जहां एक ओर प्रदेश के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी, वहीं दूसरी ओर किसानों और पशुपालकों के लिए आर्थिक सहायता के महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार प्रदेश को खेल, कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रही है।
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