MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है, जो न सिर्फ संवेदनशील है, बल्कि समाज को नई दिशा भी देता है। मोहन सरकार के इस नए फैसले में अब अंगदान या देहदान करने वाले नागरिकों को राज्य सरकार द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जायेगा। और इस पहल का उद्देश्य यह है कि अंगदान को लेकर समाज में सम्मान और जागरूकता दोनों बढ़ाना है।
अंगदान करने की नई पहल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहले ही ऐलान किया था कि देहदान और अंगदान करने वालों को राज्य सरकार गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित करेगी। और अब इस पर अमल करते हुए सामान्य प्रशासन विभाग ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिन नागरिकों ने हार्ट, लीवर, किडनी या शरीर दान किया है उन्हें सम्मानपूर्वक अंतिम विदाई दी जाएगी।
देखें किन अधिकारियों को भेजा गया है आदेश?
अंगदान करने वालों को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित करने का यह आदेश सभी संभागायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को भेजा गया है। और स्पष्ट उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे दानदाताओं को गार्ड ऑफ ऑनर से अंतिम सम्मान दें और उनके परिजनों को स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर सार्वजनिक मंच से सम्मानित करें।
मध्य प्रदेश सरकार दे रही अंगदान को बढ़ावा
अंगदान को भारत में अक्सर संकोच और डर से देखा जाता है। और मध्य प्रदेश सरकार इस सोच को बदलना चाहती है। अंगदान करने वाला व्यक्ति, अपने मरने के बाद कई लोगों को जीवनदान देता है यह सर्वोच्च मानव सेवा है। इसलिए मध्य प्रदेश सरकार ने तय किया कि अब इन्हें केवल मौन श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि सैनिकों जैसे गार्ड ऑफ ऑनर से सलामी मिलेगी।
देखें स्वास्थ्य सेवा को लेकर सरकार के अगले कदम
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में हृदय और अंग प्रत्यारोपण की सुविधाएं मजबूत की जाएंगी। एयर एम्बुलेंस सेवा को हर संभावित स्थान तक पहुंचाया जाएगा ताकि अंगों को जल्द से जल्द जरूरतमंद तक पहुंचाया जा सके। हाल ही में भोपाल एम्स में फरवरी में हुई समीक्षा बैठक में CM मोहन यादव ने साफ कहा था कि MP अब अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में पीछे नहीं रहेगा।
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अंगदान करने वालों को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित करने के इस फैसले को लेकर भी लोगों में भावनात्मक जुड़ाव दिख रहा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी इसको लेकर पोस्ट साझा किया जिसमें लोगों ने कई तरह की बात कही जैसे एक ट्विटर यूजर अजय पटेल ने कहा कि “मध्यप्रदेश सरकार की यह पहल काबिल-ए-तारीफ़ है। अंग दाताओं को सम्मान देना न केवल उनके बलिदान को याद रखने का तरीका है, बल्कि दूसरों को भी इस पुण्य कार्य के लिए प्रेरित करता है।”
“मृत्यु के बाद जीवन का उपहार देना… यह केवल दान नहीं, अमरता है”
मध्यप्रदेश सरकार का संकल्प है कि देहदान अथवा हृदय, लीवर व गुर्दा दान करने वाले महान लोगों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी जाएगी, साथ ही उनके परिजनों को 26 जनवरी एवं 15 अगस्त को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया… pic.twitter.com/RCv0cmifdQ
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 1, 2025
मेरी नजर में भी मध्य प्रदेश सरकार का यह फैसला दिखाता है कि अंगदान सिर्फ चिकित्सा का विषय नहीं, समाज के मूल्यों से भी जुड़ा हुआ है।
अब सवाल यह है कि क्या बाकी राज्य भी इस दिशा में कदम उठाएंगे? आप इस फैसले को किस नजर से देखते हैं? क्या आप अंगदान करने के लिए प्रेरित हुए हैं? नीचे कमेंट करके अपनी राय ज़रूर साझा करें। और ऐसी मध्य प्रदेश की ख़बरों के लिए अपना कल के साथ जुड़े रहें।
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