MP News: मध्य प्रदेश में बिजली चोरी करने वालों पर लगाम कसने के लिए मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने एक नई पहल की है। कंपनी जल्द ही ‘विद्युत मित्र’ नाम का मोबाइल एप लॉन्च करने जा रही है, जिसकी मदद से आम नागरिक बिजली चोरी की जानकारी देकर पचास हजार रुपये तक का इनाम पा सकते हैं।
विद्युत मित्र एप से मिलेगी बड़ी राहत
इस एप के माध्यम से उपभोक्ता या कोई भी आम नागरिक बिजली चोरी की सूचना सीधे कंपनी को ऑनलाइन दे सकता है। शिकायत मिलने पर यदि वह सही पाई जाती है, तो शिकायतकर्ता को 50 हजार रुपये तक का इनाम सीधे उसके बैंक खाते में भेजा जाएगा। कंपनी का कहना है कि यह कदम न सिर्फ बिजली चोरी रोकने में मदद करेगा, बल्कि आम लोगों को भी जागरूक और जिम्मेदार बनाएगा।
शिकायतकर्ता की पहचान रहेगी गोपनीय
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि शिकायत करने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। शिकायतकर्ता को इनाम की राशि प्राप्त करने के लिए किसी दफ्तर के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं होगी, बल्कि उसे सीधे उसके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
झूठी शिकायत पर होगी सख्त कार्रवाई
यदि कोई शिकायत झूठी पाई जाती है, तो उस मोबाइल नंबर को एप में ब्लॉक कर दिया जाएगा। यानी वह व्यक्ति भविष्य में इस एप के ज़रिये कोई और शिकायत नहीं कर सकेगा। कंपनी का मानना है कि इससे एप का दुरुपयोग रोकने में मदद मिलेगी और केवल वास्तविक जानकारी देने वाले ही इसका लाभ ले सकेंगे।
22 जिलों में पहले चरण की शुरुआत
इस योजना की शुरुआत मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 22 जिलों में की जा रही है। इन जिलों में लाइन लॉस की दर 30 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जिसके चलते आम उपभोक्ताओं पर भी बिल का अतिरिक्त बोझ आ रहा है। यही वजह है कि कंपनी ने इस दिशा में सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
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शिकायत की स्थिति होगी ऑनलाइन ट्रैक
शिकायत करने के बाद व्यक्ति एप के माध्यम से यह भी देख सकता है कि उसकी शिकायत किस स्तर पर पहुंची है और उस पर क्या कार्रवाई की जा रही है। यानी अब पूरा सिस्टम पारदर्शी होगा और शिकायतकर्ता को फॉलो-अप के लिए बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
पुरानी व्यवस्था से नई पहल तक का सफर
अधीक्षण यंत्री संजय अरोरा ने बताया कि पहले बिजली चोरी की शिकायत करने के लिए लोगों को दफ्तर आना पड़ता था और फिर लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद ही इनाम की राशि मिलती थी। इस कारण बहुत कम लोग शिकायत दर्ज कराते थे। अब मोबाइल एप के जरिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और सरल हो जाएगी, जिससे शिकायतों की संख्या में बढ़ोतरी और बिजली चोरी में कमी की उम्मीद है।
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