मध्यप्रदेश महाविद्यालयों के अतिथि विद्वानों को मिलेगा 50 हजार रुपये हर महीना, अब नहीं जायगी नौकरी

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में रहने वाले हर वर्ग के लिए नई नई सौगात लेकर आ रहे हैं। सीएम शिवराज हर दिन एक नए जिले का दौरा करते हुए वहां रहने वाली जनता के हित में बड़े बड़े ऐलान कर रहे हैं और विकास पर्व के तहत उन्होंने तो अपने सभी जिलों को डेवेलप करने हेतु मानो राज्य का खजाना खोल दिया है। हर जिले में स्वयं जाकर उनका उनके कल्याण हेतु नई सौगात दे रहे हैं। 

हाल ही में मुख्यमंत्री सीएम शिवराज भोपाल  निवास स्थान पर मध्यप्रदेश महाविद्यालयों के अतिथि विद्वानों और अतिथि व्याख्याताओं की महापंचायत बुलाई और उनके हहित में भी कई बड़ी घोषणाएं कर दी है जिसके बारे में हम आपसे चर्चा करने वाले हैं तो आइये जानते हैं सीएम शिवराज ने कौन कौन सी घोषणाएं की है – 

➡️ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंचायत में एलान किया कि सभी शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि विद्वानों को कार्यदिवस की बजाय मासिक वेतन दिया जाएगा और वह 50 हजार रुपए तक होगा।

➡️ आईटीआई वाले अतिथि व्याख्याताओं के लिए भी यह व्यवस्था लागू होगी और इनका मानदेय बढ़ाकर 20 हजार किया जाएगा। 

➡️ अतिथि विद्वानों को शासकीय सेवकों के समान अवकाश की सुविधा भी मिलेगी।

➡️ एक अकादमिक सत्र में अपने महाविद्यालय के स्थान पर आप जो चाहेंगे आपके आसपास महाविद्यालय में स्थानांतरण की सुविधा भी दी जाएगी।

➡️ फालेन आउट अतिथि विद्वानों को भी फिर से रिक्त पदों पर आमंत्रित करेंगे। 

➡️ अतिथि विद्वानों को व्याख्याताओं के लिए पीएससी की परीक्षा में संशोधित कर 25 प्रतिशत पद आरक्षित किए जाएंगे।

➡️ अतिथि विद्वानों को अभी प्रतिवर्ष चार और अधिकतम 20 अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं। इसको बढ़ाकर अधिकतम 10 प्रतिशत तक अंक दिए जाएंगे। इसकी व्यवस्था की जाएगी। 

वीडिओ के जरिये देखें – 

➡️ अतिथि विद्वान, व्याख्याता जो लगातार पढ़ाने का कार्य कर रहा है, उसका बाहर नहीं किया जाएगा।

➡️ हम यह व्यवस्था बनाएंगे कि फालेन आउट की नौबत न आए, और आप सभी लगातार कार्य करते रहें। 

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