नमस्कार दोस्तों मध्यप्रदेश जिसे भारत का हृदय स्थल कहा जाता है अब आर्थिक प्रगति और निवेश के लिए वैश्विक स्तर पर एक नया केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025, 24 फरवरी 2025 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुभारंभ किया जाएगा। यह आयोजन निवेशकों, उद्यमियों और उद्योगपतियों के लिए मध्यप्रदेश की आर्थिक क्षमता को प्रदर्शित करने का एक प्रमुख मंच है।
इस वर्ष की समिट की थीम “आइए मध्यप्रदेश, कीजिए निवेश” है, जो राज्य के उद्योग और व्यापार के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती है। GIS 2025 न केवल निवेश के अवसर प्रदान करने का एक आयोजन है, बल्कि यह राज्य को वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर उभारने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) क्या है?
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) एक अंतरराष्ट्रीय मंच है, जिसे विभिन्न उद्योगों, उद्यमियों और निवेशकों को एकत्र करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। यह समिट निवेश के नए क्षेत्रों की पहचान, सरकार की नीतियों की जानकारी, और विभिन्न देशों के साथ व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा देने का काम करती है।
GIS की शुरुआत मध्यप्रदेश में 2007 में हुई थी, और तब से यह आयोजन राज्य की प्रगति और निवेश को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। हर साल इसमें सैकड़ों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां हिस्सा लेती हैं। समिट का उद्देश्य न केवल राज्य के आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय संतुलन को भी सुनिश्चित करना है।
जानिये क्यों है खास GIS 2025
इस बार की GIS समिट को खास बनाने के लिए कई बड़े आयोजन और एक्सपो आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन के होने से सीधा सीध लाभ मध्यप्रदेश को होगा तो आइए जानते हैं इसके मुख्य पहलुओं के बारे में जो GIS 2025 को खास बनाती है।
- एग्रीकल्चर एक्सपो:
यह एक्सपो आधुनिक कृषि उपकरणों और नई तकनीकों को बढ़ावा देगा। इससे न केवल किसानों को सशक्त बनाया जाएगा, बल्कि कृषि उद्योग में निवेश के नए रास्ते भी खुलेंगे। - आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपो:
डिजिटल इंडिया की सोच को आगे बढ़ाते हुए, मध्यप्रदेश अब तकनीकी उद्योगों के लिए एक हॉटस्पॉट बनने जा रहा है। इस एक्सपो के जरिए राज्य में आईटी कंपनियों को आकर्षित किया जाएगा। - एमएसएमई (MSME) गैलरी:
छोटे और मध्यम उद्योग (MSMEs) किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। यह गैलरी नए उद्यमियों को उनके स्टार्टअप्स के लिए अवसर प्रदान करेगी। - फाइनेंशियल सर्विसेज मीट:
वित्तीय क्षेत्र में नवाचारों और निवेश के लिए यह एक बेहतरीन मंच होगा। वित्तीय विशेषज्ञ और निवेशक यहां विचार-विमर्श करेंगे। - सीआईआई एजुकेशन कॉन्क्लेव:
शिक्षा और कौशल विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए इस कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन छात्रों और शिक्षकों को आधुनिक संसाधनों और विचारों से जोड़ने का काम करेगा।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दृष्टिकोण
GIS 2025 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। वह उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे। उनकी प्राथमिकता है कि राज्य में निवेशकों को आवश्यक सहायता और संसाधन प्रदान किए जाएं। यह कदम न केवल राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा।
मध्यप्रदेश में निवेश करने के कारण
- सुदृढ़ आधारभूत संरचना: राज्य में सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी बेहतरीन है। यह उद्योगों के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है।
- प्राकृतिक संसाधन: मध्यप्रदेश खनिज संसाधनों से भरपूर है, जो इसे विनिर्माण और खनन उद्योगों के लिए आदर्श बनाता है।
- सरकार की सहयोगी नीतियां: राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए उदार नीतियां बनाई हैं, जिसमें भूमि आवंटन, कर लाभ, और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
- कुशल श्रमबल: राज्य में शिक्षा और प्रशिक्षण सुविधाओं के कारण कुशल श्रमिक उपलब्ध हैं।
GIS 2025 राज्य के लिए एक नई दिशा
GIS 2025 न केवल एक आयोजन है, बल्कि यह राज्य के भविष्य को नया आकार देने का एक प्रयास है। इस समिट के जरिए मध्यप्रदेश न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा। यह आयोजन रोजगार सृजन, आर्थिक विकास, और सामाजिक प्रगति का प्रतीक है।
यदि आप भी निवेश के लिए एक सुरक्षित और प्रगतिशील स्थान की तलाश कर रहे हैं, तो मध्यप्रदेश आपका स्वागत करता है। यह राज्य आपके सपनों को साकार करने के लिए आदर्श मंच प्रदान करता है।
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