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GIS 2025: बायो फ्यूल योजना से आम जनता और किसानों को मिलेगा फायदा, आप भी उठायें लाभ

MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS 2025) का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के बड़े उद्योगपति और निवेशक शामिल होंगे। इस बार की समिट खास होने वाली है, क्योंकि मध्य प्रदेश कि मोहन सरकार ने बायो फ्यूल योजना को इसमें प्रमुख स्थान दिया है। इस योजना का उद्देश्य पर्यावरण को सुरक्षित रखना, स्थानीय किसानों और युवाओं को रोजगार देना और भारत को आत्मनिर्भर बनाना है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको GIS 2025 और बायो फ्यूल योजना से क्या लाभ मिलेंगे उसके बारे में विस्तार से जानकारी शेयर करेंगे। 

बायो फ्यूल योजना क्या है और कैसे मिलेगा लाभ

बायो फ्यूल योजना यानी कि जैविक ईंधन, एक ऐसा विकल्प है जो पेट्रोल और डीजल की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है और यह कृषि अवशेषों, कचरे और प्राकृतिक संसाधनों से बनता है। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार का फोकस है कि प्रदेश में अधिक से अधिक बायो फ्यूल प्लांट लगें, जिससे किसानों की आय बढ़े और युवाओं को नए रोजगार मिलें।

युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर

  • बायो फ्यूल के उत्पादन, प्रोसेसिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए तकनीकी और मैनेजमेंट स्टाफ की जरूरत होगी। जिससे राज्य के युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। 
  • इस सेक्टर में ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट की संभावनाएं बढ़ेंगी, जिससे स्टार्टअप और नए बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा।
  • सरकार की योजना है कि स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी जाए, ताकि रोजगार के अवसर उन्हीं को मिलें।

किसानों को होगा सीधा लाभ

किसान अपने कृषि अपशिष्ट जैसे पराली, गन्ने का बायप्रोडक्ट और अन्य जैविक कचरे को बेचकर अच्छी कमाई कर सकेंगे। बायो फ्यूल कंपनियां सीधे किसानों से कच्चा माल खरीदेंगी, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और किसानों को सही दाम मिलेगा। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी और लोन की सुविधा भी देने पर विचार कर रही है।

पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता घटेगी

भारत कच्चे तेल के आयात पर निर्भर है, जिससे ईंधन के दाम तेजी से बढ़ते हैं। अगर बायो फ्यूल का इस्तेमाल बढ़ा तो पेट्रोल-डीजल के दामों में स्थिरता आ सकती है। परिवहन सेक्टर में बायो फ्यूल के उपयोग से प्रदूषण भी कम होगा और लोगों को स्वस्थ पर्यावरण मिलेगा।

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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 

इस समिट में 60 से अधिक देशों के निवेशक और उद्योगपति शामिल होंगे। और यह उम्मीद लगाई जा रही है कि बड़ी कंपनियां मध्य प्रदेश में बायो फ्यूल प्लांट लगाने के लिए निवेश करेंगी। इससे न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर हजारों नौकरियां भी उपलब्ध होंगी।

मध्य प्रदेश की मोहन सरकार की यह बायो फ्यूल योजना एक क्रांतिकारी योजना साबित हो सकती है, जो न केवल रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 इस दिशा में नए अवसरों का द्वार खोल सकती है। हलाकि आम जनता की इस पर क्या राय है और निवेशकों को यह योजना कितनी पसंद आती है यह देखना बेहद दिलचस्प होगा।

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Author

  • Uma ApnaKAl

    मैं उमा, अपना कल की लेखिका हूँ। नीति, योजनाओं और सामाजिक विषयों पर लिखती हूँ, खासतौर पर मध्य प्रदेश और देश से जुड़े मुद्दों पर। मेरा लक्ष्य जटिल विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत कर जागरूकता बढ़ाना है।

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