Essay Of Swachh Bharat In Hindi
स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत
प्रस्तावना
स्वच्छता के प्रकार
स्वच्छता के लाभ
स्वच्छता में हमारा योगदान
उपसंहार
प्रस्तावना
स्वच्छता क्या है?
Let’s start the topic essay of swachh bharat in hindi
हमारे नियंत्रण उपयोग से वातावरण में कई अनावश्यक चीज एकत्रित होने लगता है जिससे हमारा वातावरण मलिन हो जाता है। अपने वातावरण को मलिन होने से बचाने के लिए हमें आवश्यकता होती है साफ-सफाई का जब हम वातावरण में फैली अनेक दूषित पदार्थों का साफ सफाई करके उन्हें व्यवस्थित बनाते हैं। तो उन्हें स्वच्छता कहते हैं।
स्वच्छता के प्रकार
आमतौर पर स्वच्छता दो प्रकार से देखा जा सकता है
१ व्यक्तिगत स्वच्छता
२ सार्वजनिक स्वच्छता
व्यक्तिगत स्वच्छता
व्यक्तिगत स्वच्छता में हम स्नान आदि करके अपना शरीर को स्वच्छ रखते हैं। घरों में झाड़ू पोछा करते हैं। स्नान-गृह और शौचालय को विसंक्रामक पदार्थों द्वारा स्वच्छ बनाते हैं। घर और घर के सामने बहने वाले नालियों का साफ सफाई करते है ये सब व्यक्तिगत स्वच्छता के अंतर्गत आता है। जो कि हमारा आम जिंदगी का हिस्सा है और इसे हमें हर रोज करना चाहिए।
सार्वजनिक स्वच्छता
सार्वजनिक स्वच्छता मैं मोहल्ले और नगर की स्वच्छता आती है। जो प्राय: नगर पालिका और ग्राम पंचायतों पर निर्भर करती है। सार्वजनिक स्वच्छता का आधार भी हमारा व्यक्तिगत योगदान पर निर्भर करता है। क्योंकि हमारा व्यक्तिगत सहयोग के बिना सार्वजनिक स्वच्छता अभियान पूरा नहीं किया जा सकता है।
स्वच्छता के लाभ
स्वच्छता किसे प्रिय नहीं होता है। स्वच्छता तो स्वयं ईश्वर को भी प्रिय होता है आपने कहावत भी सुना होगा। स्वच्छता में ही लक्ष्मी का वास होता है। स्वच्छता ईश्वर का कृपा पात्र बनाने की दृष्टि से ही नहीं, अपितु अपने मानव जीवन को सुखी सुरक्षित और तनावमुक्त बनाए रखने के लिए भी स्वच्छता अनिवार्य है।
गंदगी केवल हमारी आंखों को ही बुरा नहीं लगती बल्कि इनका सीधा संबंध हमारे स्वास्थ्य से होता है। गंदगी अनेक रोगों को जन्म देती है। गंदगी की वजह से संसार भर में अनगिनत लोग कई बीमारियों से पीड़ित है। गंदगी को प्रदूषण का जननी भी माना जाता है। गंदगी हमारी असभ्यता को दर्शाता है। अतः स्वच्छता को व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्तर पर बनाए रखना प्रत्येक नागरिक का जिम्मेदारी और कर्तव्य है।
स्वच्छता में हमारा योगदान
स्वच्छता को चरम स्तर पर बनाए रखने में हमारा एक अहम भूमिका हो सकती है स्वच्छता को हम केवल सरकारी सफाई कर्मचारी के बलबूते नहीं चला सकते हैं स्वच्छता को बनाए रखने में प्रत्येक नागरिक का एक सक्रिय भूमिका होनी चाहिए। स्वच्छता को बनाए रखने में हम अनेक प्रकार से योगदान दे सकते हैं। जैसे- घर का कूड़ा करकट गली अथवा सड़क पर नहीं फेंकना चाहिए। सफाई कर्मचारी के आने पर ही कुरा करकट को वाहन में ही डालना चाहिए।
कूड़े कचरे को हमें नाली में नहीं बहाना चाहिए इससे नली बंद हो जाती है जिससे नाले की गंदगी फिर सड़कों पर आ जाती है। पॉलिथीन का प्रयोग हमें बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए यह गंदगी और प्रदूषण फैलाने वाले वस्तु तो है ही जानवरों के लिए भी बहुत घातक होता है। खुले में शौच ना करें। बच्चों को भी गली और नालों में शौच न करवाएं। आदि छोटी-छोटी योगदान से हम स्वच्छता को बनाए रख सकते हैं। ऐसा करने से हम नगर पालिका और सफाई कर्मचारी का सहयोग कर सकते हैं
उपसंहार
हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा चलाया गया स्वच्छ और स्वस्थ भारत अभियान हमारे और आपके छोटी-छोटी प्रयास से साकार हो सकती है आज स्वच्छ और स्वस्थ भारत अभियान का हिस्सा देश के अनेक जनप्रतिनिधि कर रहे हैं जिसमें अधिकारी, कर्मचारी, सेलिब्रिटी और आम लोग समिल है जो बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हो और भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपना एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
गांव में खास करके खुले में शौच करने की प्रथा को समाप्त करने के लिए हमें अभियान चलाना चाहिए हम लोगों में जागरूकता फैलाना चाहिए देश और समाज के हर वर्ग को स्वच्छ और स्वस्थ भारत अभियान का हिस्सा बनकर इस अभियान को सफल और साकार बनाने की पूर्ण सहयोग करनी चाहिए
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