MP News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ने राज्य में मूल्यांकन एवं प्रभाव आकलन केन्द्र की स्थापना की। इस केन्द्र का उद्देश्य विभिन्न शासकीय योजनाओं, परियोजनाओं और कार्यक्रम के प्रभावों का आकलन करना है।
मूल्यांकन एवं प्रभाव आकलन केन्द्र की स्थापना
- केन्द्र का उद्देश्य विभिन्न शासकीय योजनाओं, परियोजनाओं और कार्यक्रम के प्रभावों का आकलन . करना है।
- ये संस्था योजनाओं का मूल्यांकन कर साक्ष्य प्रस्तुत करने एवं रचनात्मक सुझाव देने का काम भी करेगी।
- योजनाओं के मूल्यांकन को व्यापकता देने के लिए शैक्षणिक एवं सांख्यिकी संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित करेगी।
- इस केन्द्र की स्थापना डेटा आधारित सुशासन व्यवस्था को साक्ष्य आधारित सुशासन व्यवस्था में अपग्रेड करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
- भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘तथ्य आधारित सामाजिक और आर्थिक विकास’ पर आयोजित सम्मेलन।
CM शिवराज ने कहा डाटा की अत्यंत भूमिका होती है।
CM शिवराज सिंह जी ने कहा कि, डाटा की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। और राजधानी भोपाल में मूल्यांकन एवं प्रभाव आकलन केन्द्र की स्थापना की जा रही है जिसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न शासकीय योजनाओं, परियोजनाओं और कार्यक्रम के प्रभावों का आकलन करना है। ताकि सभी वर्ग के लोगों को प्रशासन की योजनाओं का लाभ मिले।
मूल्यांकन एवं प्रभाव आकलन केन्द्र की मदद से शासकीय योजनाओं, परियोजनाओं और कार्यक्रमों का आकलन किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल में स्थापित किए गए मूल्यांकन एवं प्रभाव आकलन केन्द्र का वर्चुअल शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य नीति आयोग मध्यप्रदेश द्वारा प्रकाशित एसडीजी प्रगति रिपोर्ट-2023 का विमोचन किया।
CM शिवराज सिंह चौहान जी ने यह भी कहा कि, आज के युग में डेटा साँस लेने जैसा जरुरी हो गया है। डेटा के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। डेटा ज्ञान का स्त्रोत बन गया है। आज इसी डेटा और डीबीटी के माध्यम से ही राज्य की 1 करोड़ 31 लाख महिलाओं को लाड़ली बहना योजना का लाभ दिया जा रहा है। और बिना डेटा के यह मुमकिन नहीं था। राज्य में पहले विश्वसनीय डेटा संग्रहण और विश्लेषण की क्षमता का अभाव था जो राज्य की कमजोरी थी।
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