MP News: नमस्कार दोस्तों प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण अपील की है। आपको बता दें कि यह अपील यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन के संबंध में है जिसके लिए उन्होंने उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि वे शांति, भाईचारा और सौहार्द बनाए रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और अब उनके सम्बन्ध में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा रही है।
डॉ. मोहन यादव ने अपने अपील में यह भी स्पष्ट किया की उच्च न्यायालय के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। साथ ही साथ मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश की प्रगति और विकास में आम जनता की अहम भूमिका है आगे भी हमको आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है ताकि हम एक बेहतर और सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकें। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अपने प्रदेश के नागरिकों से यह भी कहा कि वे किसी भी तरह के अफवाहों से बचें और समाज में शांति बनाए रखने में मदद करें।
भोपाल गैस त्रासदी से जुड़े खतरनाक रसायनों के निपटान पर उच्च न्यायालय द्वारा किये गए हस्तछेप
खतरनाक गैस त्रासदी के बाद साल 2004 में यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड (भोपाल परिसर) में रखे खतरनाक रसायनों के सुरक्षित तरीके से निपटान की मांग की गई थी। जिसके बाद यूनियन कार्बाइड परिसर में मौजूद खतरनाक रसायनों को लेकर जून 2005 में एक रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट में सुझाव दिया गया कि रसायनों का निपटान मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPPCB) के दिशा-निर्देशों के तहत वैज्ञानिक और सुरक्षित तरीके से किया जाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें – मध्य प्रदेश ने दिया लाड़ली बहना योजना पर अपडेट, देखें क्या है आगे का प्लान
उसके बाद लम्बे इंतजार के बाद 16 दिसंबर 2008 को माननीय उच्च न्यायालय, जबलपुर ने निर्देश दिया कि परिसर में जमा 346 टन खतरनाक रसायनों को हटाया जाए और उन्हें वैज्ञानिक प्रक्रिया से नष्ट किया जाए। इस आदेश के अनुसार मई 2015 में 346 टन खतरनाक रसायनों को गुजरात के अंकलेश्वर स्थित “एनवायरमेंटल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड” में सुरक्षित तरीके से नष्ट किया गया। शेष 39.6 टन खतरनाक रसायनों का निपटान भी मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरा किया गया।