क्या आप भी पनीर खाने के दीवाने हैं ? अगर जवाब “हाँ” तो ज़रा सावधान हो जाइए, क्योंकि बाज़ार में धड़ल्ले से बिक रहा है नकली पनीर, ऐसा पनीर जो दूध से नहीं बल्कि केमिकल सस्ते तेल और डिटर्जेंट से तैयार होता है और सीधा आपके आपके प्लेट में पहुंच रहा है।
आज की इस रिपोर्ट में हम नकली पनीर से जुड़े धंधों के बारे में बात करने वाले हैं जो कैसे आप तक पहुंच रहा है और कैसे आपको नुकशान पंहुचा रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में नोएडा सेक्टर-63 कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली पनीर बनाने और बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने महिंद्रा पिकअप से 14 क्विंटल यानी 14 सौ किलो नकली पनीर जब्त कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अलीगढ़ के सहजपुरा गांव में चल रही नकली पनीर बनाने की अवैध फैक्ट्री का भी खुलासा किया गया है, जहां से यह खतरनाक पनीर एनसीआर के बाजारों में खपाया जा रहा था।
पिछले 6 महीनों से चल रहा था यह धंधा
जांच में सामने आया कि इस फैक्ट्री में पिछले छह महीनों से धड़ल्ले से नकली पनीर तैयार किया जा रहा था और उसे असली बताकर दिल्ली-एनसीआर में 180 से 220 रुपये किलो की दर से बेच रहे थे जिसके चलते दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को ठगा जा रहा था।
आपको बता दें फैक्ट्री से पुलिस ने भारी मात्रा में मिलावटी सामग्री बरामद की है, जिसमें धौलपुर फ्रेश स्किम्ड मिल्क पाउडर, रेड बुल एग्री प्रोडक्ट, न्यूट्री लिव रिफाइन्ड पामोलीन तेल, नीले और सफेद रंग के केमिकल, पोस्टर कलर, मिक्सर ग्राइंडर और पनीर बनाने की मशीन शामिल हैं। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम भी मौके पर पहुंची और नकली पनीर समेत सभी सामान के सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं।
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रिपोर्ट के अनुसार तीन महीने में फेल हुए पनीर के 20 नमूनों में रिफाइंड, केमिकल, बीन्स और अधिक फैट की मात्रा मिली, जोकि खाने लायक नहीं था। इस पर एक्शन लेते हुए एडीएम कोर्ट में 22 केस दायर हुए थे। इसमें 2 केस में कोर्ट ने 17 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। परन्तु इससे होगा क्या आज के समय में हम हर चीजों में जहर की तरह मिलावट ही खा रहे हैं यहाँ बात सिर्फ पनीर की नहीं मनुष्य अपनेफायदे के लिए हर चीज में मिलावट कर रहा है जिससे मानव शरीर धीरे धीरे खोखला बनते जा रहा है और सबसे हैरानी की बात ये है कि ये नकली पनीर आसानी से बिना किसी रोकटोक के किसी लोकल मिठाई की दुकान होटल या शादी-पार्टी में परोसा जा रहा है।
सिर्फ यहाँ ही नहीं देश में कई जगहों पर यह गलत काम किया जा रहा है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में छापेमारी के दौरान 250 किलोग्राम नकली सिंथेटिक पनीर जब्त किया इसे हानिकारक केमिकल और डिटर्जेंट से बनाया जा रहा था। इसी तरह दुर्ग जिले में भी नकली पनीर बनाने वाली एक फैक्ट्री का खुलासा हुआ था जो पिछले 4 महीने से चल रहा था। छापेमारी के दौरान टीम ने पाया कि फैक्ट्री में स्किम्ड मिल्क पाउडर और पाम ऑयल का उपयोग करके पनीर बनाया जा रहा था।
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तो अब सवाल उठता है कैसे पहचाने कि पनीर असली है या नकली
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने इसके लिए कुछ आसान तरीके बताए हैं। पहला तरीके के अनुसार, एक पैन लें और उसमें पनीर को उबालें उस उबले हुए पनीर में आयोडीन टिंचर की कुछ बूंदें डालें। यदि पनीर का रंग नीला हो जाता है, तो वह मिलावटी है अगर पनीर का रंग वही रहता है समझिए वो असली पनीर है।
दूसरे तरीके में आप उबले हुए पनीर को पानी में ठंडा होने दें। इस पानी में थोड़ी सी तुअर दाल डालकर 10 मिनट तक रखें। अगर पानी का रंग हल्का लाल हो जाता है तो हो सकता है पनीर में मिलावट हो। अगर पानी का रंग नहीं बदलता है तो समझिए वो असली पनीर है।
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तीसरे तरीके में अगर पनीर खुला हुआ बिक रहा है तो सबसे पहले आप इसे सूंघकर देख सकते हैं साथ में आप इसका एक टुकड़ा चख कर भी देख सकते हैं। असली पनीर का स्वाद दूध जैसा और नरम होना चाहिए। अगर पनीर चबाने में बहुत कठोर या रबर जैसा लगे तो उसे बिलकुल न खरीदें। असली पनीर का रंग सफेद या हल्का पीला होता है उसमें दरारें नहीं होती हैं तो कुछ प्रकार से आप असली‑नकली में फ़र्क कर सकते हैं।
तो दोस्तों आपने देखा कि किस तरह नकली पनीर का ये धंधा न सिर्फ हमारी थाली तक पहुंच चुका है, बल्कि हमारी सेहत के लिए भी एक बड़ा खतरा बन गया है। सिर्फ स्वाद के पीछे भागते-भागते हम अपनी और अपने परिवार की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और सबसे खतरनाक बात ये है कि हमें पता भी नहीं चल रहा। अब वक़्त है जागरूक बनने का, सवाल उठाने का और सतर्क रहने का। अगली बार जब आप बाजार जाएं तो सिर्फ दाम नहीं गुणवत्ता देखें, स्रोत पूछें, और असली नकली की जांच करें।
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