MP News: 27 जून को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव राइज कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन करने जा रहे हैं। यह एक ऐसी योजना है जो MSME, स्किल डेवलेपमेंट और रोजगार के नए रास्ते खोलेगी। यह सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के विकास की दिशा बदलने वाला कदम माना जा रहा है। आखिर क्या खास होगा इस कॉन्क्लेव में? जानिए पूरी कहानी।
मुख्यमंत्री का विज़न राइज कॉन्क्लेव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विज़न साफ है, मध्यप्रदेश को निवेश, औद्योगिक विकास और रोजगार के मामले में अग्रणी राज्य बनाना। और ‘राइज कॉन्क्लेव 2025’ उसी दिशा में एक अच्छा शानदार कदम है। ये सम्मेलन सिर्फ भाषणों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह एक एक्टिव प्लेटफ़ॉर्म होगा जहां नीति, पूंजी और कौशल तीनों को एक जगह लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने खुद बड़े निवेशकों से मिलकर उन्हें मध्य प्रदेश के इन्वेस्ट करने और इसके फायदे से अवगत कराया। साथ ही MSME सेक्टर के लिए विशेष पॉलिसी बातचीत होगी ताकि छोटे उद्योगों को भी वैश्विक पहचान मिल सके।
देखें क्यों खास है रतलाम में ये आयोजन
रतलाम, जो अब तक सीमित संसाधनों के कारण औद्योगिक रूप से पीछे रहा, अब इस मेगा इवेंट का सीधा फायदा रतलाम की मिलेगा। यह पहली बार होगा जब रतलाम जैसे शहर में इतने बड़े स्तर का कौशल और उद्योग संवाद होगा।
इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों को रोजगार की उम्मीद जगेगी, बल्कि आसपास के जिलों में भी एक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कई निवेशक यहां संभावनाएं तलाशने आ सकते हैं, जिससे क्षेत्रीय इकॉनमी को भी बूस्ट मिलेगा।
27 जून को रतलाम में होने जा रहे इस राइज कॉन्क्लेव 2025 मेगा इवेंट को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक आधिकारिक पोस्ट साझा किया और इस बात की जानकारी भी दी। आपकी सुविधा के लिए हमने नीचे यह पोस्ट साझा किया आप इसे भी देख सकते हैं।
निवेश, उद्यमिता और कौशल विकास का नया अध्याय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा “राइज कॉन्क्लेव 2025” का शुभारंभ
कॉन्क्लेव में औद्योगिक विकास, एमएसएमई के लिए नीति संवाद, प्रमुख निवेशकों से चर्चा और रोजगार सृजन की रणनीतियों पर होगा विमर्श
️ 27 जून, 2025
रतलाम… pic.twitter.com/fjref3pMfA— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) June 23, 2025
PM मित्र पार्क से लेकर भोपाल मेट्रो तक की तैयारी पूरी
इस कॉन्क्लेव से पहले ही मुख्यमंत्री मोहन यादव जी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को जल-गंगा अभियान और आगामी कृषि मेले में आमंत्रित किया, साथ ही धार में बन रहे ‘पीएम मित्र पार्क’, भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट और ग्वालियर टेलीकॉम पार्क जैसी योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें आमंत्रित किया।
इन सबके ज़रिए मध्य प्रदेश सरकार का इरादा साफ है। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार विकास सिर्फ कागज़ों में नहीं, जमीन पर भी अपने कार्य दिखाना चाहती है।
यह भी पढ़ें – PM से मुलाकात में सीएम मोहन यादव का बड़ा संदेश, सीहोर कृषि मेले से लेकर पीएम मित्र पार्क तक रखीं विकास योजनाएं
देखें इस मेगा इवेंट को लेकर जनता की राय
स्थानीय व्यापारियों और युवाओं में इस कॉन्क्लेव और मेगा इवेंट को लेकर उत्साह है। रतलाम निवासी और एक उद्यमी संजय गुप्ता कहते हैं, “अगर यहां निवेशक आते हैं और प्लांट लगते हैं, तो हमारे बच्चों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यहीं भविष्य बन सकता है।” युवाओं को भी उम्मीद है कि इस पहल से उन्हें नए स्किल सीखने और नौकरी पाने का मौका मिलेगा।
‘राइज कॉन्क्लेव 2025’ क्या वाकई प्रदेश की तस्वीर बदलेगा या फिर यह भी एक औपचारिकता बनकर रह जाएगा? सरकार के विचार और कार्य की प्रति उनकी लगन मजबूत दिख रही है, लेकिन असली परीक्षा नतीजों की होगी। क्या यह मध्यप्रदेश को अगला इंडस्ट्रियल हब बना पाएगा? आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट करें और चर्चा में शामिल हों। और इस तरह की ख़बरों के लिए बने रहें अपना कल के साथ।
यह भी पढ़ें – CM मोहन को खून से लिखा पत्र: लाड़ली बहनों का दर्द छलका, MP में वेटिंग शिक्षकों का फूटा ग़ुस्सा